मौसम की तरह बदलना मेरी फित्तरत मे है ही नहीं बन ज | हिंदी शायरी

"मौसम की तरह बदलना मेरी फित्तरत मे है ही नहीं बन जाऊँ किसी की मुस्कुराने की वजह बस ख्वाहिश है यही ©Pawan Pandey"

 मौसम की तरह बदलना मेरी फित्तरत मे है ही नहीं 
बन जाऊँ किसी की मुस्कुराने की वजह बस ख्वाहिश है यही

©Pawan Pandey

मौसम की तरह बदलना मेरी फित्तरत मे है ही नहीं बन जाऊँ किसी की मुस्कुराने की वजह बस ख्वाहिश है यही ©Pawan Pandey

People who shared love close

More like this

Trending Topic