होस्लो से खंटधारी पथ पर, चलते रहें अनुवर्ती इस बार | हिंदी कविता Video

"होस्लो से खंटधारी पथ पर, चलते रहें अनुवर्ती इस बार, सूर्य की किरणें छूने आईं, जीवन का सफर, सुना हर गीत साथी। ©prafull karsh "

होस्लो से खंटधारी पथ पर, चलते रहें अनुवर्ती इस बार, सूर्य की किरणें छूने आईं, जीवन का सफर, सुना हर गीत साथी। ©prafull karsh

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