चिंतित हूं समाधान नहीं,
खुद की मुझे पहचान नहीं।
हित सभी जनों की चाह मेरी,
शुभ कर्म करूं क्या ज्ञान नहीं।
सत पथ पर चलना धर्म मेरा,
दुःख - दर्द से डरना काम नहीं।
भौतिक सुख की चाह नहीं,
भले मिले मुझे सम्मान नहीं।
स्वाभिमान मेरा ऊंचा,
खुद पर मुझे अभिमान नहीं।
©Deepa Didi Prajapati
# स्वाभिमान _मेरा_ऊंचा