सुबह उठते ही वह चला गया
रात भर जो बाते हुई उस चाँद से
वह सारी बाते भी चाँद के साथ चली गई
रात भर इक चाँद का साया रहा
सुबह उठते ही वह चला गया
फ़िर सूरज कि नइ किरण के साथ
नई सुबह का आगाज हुआ
रात भर इक चाँद का साया रहा
सुबह उठते ही वह चला गया
©Krushi
रात भर इक चाँद का साया रहा 🌙⭐