White एक शब्द नया हो,जिससे इश्क़ बयाँ हो..!
ज़िन्दगी खिले पुष्प सी,और मोहब्बत जवाँ हो..!
मैं ढूँढता फिर रहा,तुम्हें यूँ ही दर बदर..!
अँधकार भरे जीवन को,रौशन करने वाले कहाँ हो..!
कोई चाहे मुझे भी,जैसे चाहे चाँद को..!
सितारों का ख़ूबसूरत,ख़ुशनुमा जहाँ हो..!
शायरों की महफ़िल में,तेरा ज़िक्र हमेशा हमनवा हो..!
मैं चलूँ जिस भी राह पर,तेरा साया साथ वहाँ हो..!
इश्क़ की इबादत तेरी आदत,मोहब्बत का कारवाँ हो..!
सुर्ख़ियों में छाये रहें हम,जलने वाले धुआँ धुआँ हों..!
©SHIVA KANT(Shayar)
#love_shayari #ekshabdnayaho