हुस्न ऐ नसीहत
""""""""""""""""""''''''''''
हुस्न पर गुमान मत कर मेरे
यारा
बुड्डापे की उम्र बडी भयंकर होती है
रूप सिकुड़ जाता है
सुन्दरता बिखर जाती है
ना खाने का मन होता है
ना जीने का मन होता है
ना मोह होता है
ना माया होती है
अच्छे अच्छों की काया पलट जाती है
हुस्न पर गुमान मत कर मेरे
यारा
बुड्डापे की उम्र बडी भयंकर होती
©Pahadi Shayar Jd
#kohra