"जज्बा रखो सच ओर झूठ को परखने का,
कानो मे जहर घोलना तो जमाने का काम है ।
फलक तक चलने की बात करते थे ,
आंधी जो आई तो तुमने रुख ही बदल दिए।
गलत थे तो बहुत सताया था तुम्हे ,
सही हुए तो ढूंढते रह गए तुम्हे ..।
माना की गुनाहगार हूं मैं लेकिन अफसोस है
मुझे इसीलिए तेरी तलबदार हूं मैं , ।
R.Mni ..
#spark