White कोई मर गया तो कम-से-कम छः महीने याद रहता है
कोई खास धौका दे दे तो उम्र भर याद रहता है
कोई साथ छोड़ दें तो नये मुसाफिर भी तो मिलते हैं
हर बार इस ज़िंदगी में एक नया मोड़ रहता है ।
कभी भीड़ तो कभी अकेलापन ने इम्तिहान लिया
ये जिन्दगी का मेला वैसा नहीं जैसा दिखता है
बहुत दूर जाने के बाद ही अक्ल आती है अक्सर
जब समझ आती है मेला खत्म हो चुका होता है
क्यों पहले नहीं समझ आते ये राज ज़िंदगी के
जिसे उजाला समझे थे वही तो गहरा अंधेरा है ।
सब कुछ वहम है मेरा जब तक समझ में आता ।
ये गलतफहमियां मेरी पूरी उम्र निगल चुकी थी
©Vickram
#car कैसा महसूस होता है
एक वक्त के बाद