White *गजल*
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मुखड़ा* -दुपट्टे से अपना चेहरा,क्यों छुपाती बार बार 2
माना की चेहरा नाजुक तेरा है2नज़रें नहीं मेरा कटार
दुपट्टे से अपना चेहरा ,क्यों छुपाती बार बार 2
अंतरा 1(लड़का)-- नाज़ुक कली सा ये बदन है,चेहरे पर है सादगी
पत्थर की मूरत सी हो तुम,दिल करता करूं बंदगी
आबदारी देख हुस्न का 2,दिल हो जाता है लाचार
दुपट्टे से अपना चेहरा......................…..
अंतरा 2(लड़की)-चाहत मेरे दिल में भी है,शर्म हया की बात है
फैसले ग़ूल जो आने वाला,उसके इंतज़ार की
छुपने छुपाने से बढ़ता है2,देखनें वालों का ये प्यार
लड़का-- दुपट्टे से अपना चेहरा..................
लड़की -- छुपने छुपाने से बढ़ता है 2 देखनें वालों......
©Ashok Verma "Hamdard"
#दुपट्टे से अपना चेहरा