इन्द्र का आयुध पुरुष जो झेल सकता है, सिंह से बाँह | हिंदी कविता Video

""इन्द्र का आयुध पुरुष जो झेल सकता है, सिंह से बाँहें मिलाकर खेल सकता है, फूल के आगे वही असहाय हो जाता , शक्ति के रहते हुए निरुपाय हो जाता।   विद्ध हो जाता सहज बंकिम नयन के बाण से जीत लेती रूपसी नारी उसे मुस्कान से !" ©HintsOfHeart. "

"इन्द्र का आयुध पुरुष जो झेल सकता है, सिंह से बाँहें मिलाकर खेल सकता है, फूल के आगे वही असहाय हो जाता , शक्ति के रहते हुए निरुपाय हो जाता।   विद्ध हो जाता सहज बंकिम नयन के बाण से जीत लेती रूपसी नारी उसे मुस्कान से !" ©HintsOfHeart.

#रामधारी_सिंह_दिनकर -'उर्वशी' से।

People who shared love close

More like this

Trending Topic