"Black प्रातः काल
पूरब से पुरवाई मचली,
सूरज ने ली अंगड़ाई।
हरि दूब पर शबनम,
उषा वरमाला पहनाईं।
फूलों पर भ्रमर गूंजन,
तितली आंखें मटकाईं।
तरु शिखा खग कुंजन,
बाग ने कलियां चटकाईं।
डॉ. भगवान सहाय मीना
बाड़ा पदमपुरा,जयपुर,राजस्थान।
©Dr. Bhagwan Sahay Meena
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