White
सागर की गहराई
सागर की गहराई में, छुपे हैं राज़ अनगिनत,
लहरों की उठती बुनाई में, खो जाती है हर हसरत।
नीले पानी के इस समंदर में,
कभी शांति, कभी तूफान है,
हर किनारा है एक दर्पण,
जहां बसी हुई एक अनजान पहचान है।
ज्वार-भाटे की आवाज़ों में,
सुनाई देती है जीवन की कहानी,
सागर का सूनापन भी कहता है,
कि हर मौन में छुपी है एक बेमिसाल बानी।
सागर की इस अनंत छाया में,
हम भी तो हैं एक बूँद समान,
हर लहर के संग बहते जाते हैं,
सागर की गहराई में खोते जाते हैं।
©Ajita Bansal
#Sad_Status Sagar ki bunai