Part-2
एक दिन ऐसा होगा
तुम्हारी दुनिया में तू होगा , मैं नहीं
तो क्या तब भी तुम मुझे याद रखोगे
या भुला दोगे जैसे मुझसे पहले तुमने
कितनों को भुलाया है उसी तरह
याद तुम मुझे याद नहीं रखोगे
क्युकी मैं कुछ खास नहीं हूं
मैं भी बाकियों की तरह हूं
जिन जिन को तुमने भुलाया।
फिर अब मैं तुमसे कभी नाराज नहीं होऊंगा
तू है या नहीं इससे परे खुद को
रख कर बस जिए जाऊंगा
तब तक जबतक मैं मर नहीं जाता
मेरी हस्ती मिट नहीं जाती।
ए खुदा तू नहीं है
मैंने कई बार साबित किया है