White ये घनघोर आबादी,ये मेट्रो ये यहां कि सुविधायें
इसे देख कर यह नही लगता कि
हमने वो गांव का जीवन कही पीछे छोड़ आये है
जहा पर पेड़ो कि छा़व,बलखाती हवायें बहा करती थी
सुन्दर फुलों कि घाटी कि खुसबू बहा करती थी
जहां नदियां तालाब और झरने बहा करते थे
जहां पर लोग मोबाइल छोढ़ कर आपस मे मिला करते थे
अब तो बाकी हि नहि रहा कुछ और बोलने को इनसे
इन्होंने अपनी सुविधा के लिये सारा कुछ उजाढ़ दिया
हमारे पुर्वजो से मिली संसक्रिति को बेघर कर दिया
कुछ जो सुविधा मिली है,उन्हे सम्भाले रखना
कल भविस्य मे तुम्हारे बच्चे भी बढ़े होकर तुम्हे भी छोढ़ जायेगे..!!
©HARSH369
#सहर और गांव