आखों के मिजाज़ से सब कुछ बयां नहीं होता सादगी परिप | हिंदी कविता Video

"आखों के मिजाज़ से सब कुछ बयां नहीं होता सादगी परिपूर्णता कि निशानी होती हैं मिले बिना मन की बातें बयां नहीं होती अगर तारीफ करनी है हिन्दी सिखना बिना शब्दों की बातें ,फीकी चाय की तरह होती हैं ©roma malakar "

आखों के मिजाज़ से सब कुछ बयां नहीं होता सादगी परिपूर्णता कि निशानी होती हैं मिले बिना मन की बातें बयां नहीं होती अगर तारीफ करनी है हिन्दी सिखना बिना शब्दों की बातें ,फीकी चाय की तरह होती हैं ©roma malakar

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