White पल्लव की डायरी हम दो हमारे दो को ही बस परिव | हिंदी कविता Video

"White पल्लव की डायरी हम दो हमारे दो को ही बस परिवार कहते है दादी बाबा चाचा ताऊ बस दोयम दर्जे के लगते है नैनो परिवारों का चल पड़ा है चलन जिम्मेदारी के बोझ तले दबे रहते है फर्ज सिर्फ बच्चों के प्रति माता पिता कटे कटे रहते है खुशियो और एंजॉय के लिये तरसते बच्चे बेसिक संस्कार अब नही पनपते है पति और पत्नी भी चिढ़ चिड़े हो गये परवरिश करते करते मासूमियत बच्चे खोते है लत मोबाइल गेमो की पड़ गयी भविष्य इनके डांवाडोल लगते है इस तरह परिभाषित परिवार की संरचना समाज को ले डूबेगी एकता की बानगी नही बनी तो आवारापन की आवाज पूरे भारत मे गूँजेगी प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" "

White पल्लव की डायरी हम दो हमारे दो को ही बस परिवार कहते है दादी बाबा चाचा ताऊ बस दोयम दर्जे के लगते है नैनो परिवारों का चल पड़ा है चलन जिम्मेदारी के बोझ तले दबे रहते है फर्ज सिर्फ बच्चों के प्रति माता पिता कटे कटे रहते है खुशियो और एंजॉय के लिये तरसते बच्चे बेसिक संस्कार अब नही पनपते है पति और पत्नी भी चिढ़ चिड़े हो गये परवरिश करते करते मासूमियत बच्चे खोते है लत मोबाइल गेमो की पड़ गयी भविष्य इनके डांवाडोल लगते है इस तरह परिभाषित परिवार की संरचना समाज को ले डूबेगी एकता की बानगी नही बनी तो आवारापन की आवाज पूरे भारत मे गूँजेगी प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#love_shayari दादी बाबा चाचा ताऊ दोयम दर्ज़े के लगते है
#nojotohindi

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