कभी कभी थक कर लोग वैसे ही बन जाते है जैसे होने क | हिंदी Shayari

"कभी कभी थक कर लोग वैसे ही बन जाते है जैसे होने का दुनिया उन पर इल्ज़ाम लगाती है ❤️🙏🏻 ©Nikhil nitin (Raja)"

 कभी कभी थक कर लोग वैसे ही बन जाते है 

जैसे होने का दुनिया उन पर इल्ज़ाम लगाती है ❤️🙏🏻

©Nikhil nitin (Raja)

कभी कभी थक कर लोग वैसे ही बन जाते है जैसे होने का दुनिया उन पर इल्ज़ाम लगाती है ❤️🙏🏻 ©Nikhil nitin (Raja)

#हालात😔

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