White कविता - मैं हैरान हूं
भाग - 2
किसी औरत ने लानत
नहीं भेजी उन सब को,
जिन्होंने
” औरत को समझ कर वस्तु”
लगा दिया था दाव पर
होता रहा “नपुंसक” योद्धाओं
के बीच समूची
औरत जाति का चीरहरण ?
महाभारत में ?
मै हैरान हूं यह सोचकर ,
किसी औरत ने क्यों नहीं किया ?
संयोगिता अंबा -अंबालिका
के दिन दहाड़े,
अपहरण का विरोध
आज तक !
महादेवी वर्मा.......
©Deepika
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