"अपने अकेलेपन को लिए सैकड़ों मील दूर से दौड़ते भागते मैं मेरी मंज़िल के काफ़ी नज़दीक पहुंच गया और मंज़िल मेरी गायब! ऐसा ही होता आया है हर बार मेरे साथ।" {गुरबतनामा} से ©Devrajsolanki #adventure #devrajsolanki Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto