White मेरा होकर भी वो मेरे जैसा था, ग़र मेरा क्यूँ नहीं हैं,
हजार शिकायतें लेकर वो आखिर परेशान क्यूँ हैं...
गौर करेगा कुछ मेरी बातों को तो खबर होगीं...
मेरी शिकायतो का इसके पास जवाब क्यूँ नहीं हैं....
ये सफ़र किसी एक का होता तो मैं बताता,
हमसफ़र होकर भी हर बात का उसके पास हिसाब क्यूँ हैं....
कोशिशें कम या करता ही नहीं तो लगता उसे,
इतने सितारों में भी चाँद की चमक फीकी क्यूँ है ....
दिन ,रात,महिने, साल सब यूं ही गुजर जाएंगे,
पास आने की कदर होकर भी पास आने का ग़म क्यूँ है....
©RAVI PARIHAR
#love_shayari