इक दिन गुज़रा फिर से कार-गुज़ारी में हमने ख़ुद को ख़ुद | हिंदी Poetry Vide

"इक दिन गुज़रा फिर से कार-गुज़ारी में हमने ख़ुद को ख़ुद पाया अय्यारी में भीड़ भरे बाग़ों में डर तो लगता है कुछ पौधे रोपे हैं दिल की क्यारी में बाम-ए-दर पर एक निशानी लटकी है उस पर तेरा नाम लिखा होशियारी में आँखों से तेज़ाब उबलता रहता है अश्कों से ख़ुद को है जलाया यारी में रिसते ज़ख्मों से संगीत निचोड़ा है ग़म लिखते हैं हम अब यूँ लयकारी में ©गौरव आनन्द श्रीवास्तव "

इक दिन गुज़रा फिर से कार-गुज़ारी में हमने ख़ुद को ख़ुद पाया अय्यारी में भीड़ भरे बाग़ों में डर तो लगता है कुछ पौधे रोपे हैं दिल की क्यारी में बाम-ए-दर पर एक निशानी लटकी है उस पर तेरा नाम लिखा होशियारी में आँखों से तेज़ाब उबलता रहता है अश्कों से ख़ुद को है जलाया यारी में रिसते ज़ख्मों से संगीत निचोड़ा है ग़म लिखते हैं हम अब यूँ लयकारी में ©गौरव आनन्द श्रीवास्तव

#fisherman #work #Hindi #urdu
नीर प्रशांत की डायरी @Sherni @shraddha शायरा माही (पहाड़ी छोरी) @SHAIZ जनकवि शंकर पाल( बुन्देली) @Yash Mehta @M.k.kanaujiya @rupali kashyap विश्व Nath कर्म गोरखपुरिया एक Mohabbati विधार्थी @sana naaz @Kumar Shaurya कट्टर सनातनी ** दीपा साहू ** @Kalpana_poetrygirl @keshu Gangwar Haal E Dil @Chocolate @Kajal jha (kaju) @Krishna Tripathi सचिन सारस्वत @Rakhee ki kalam se @Sircastic Saurabh

People who shared love close

More like this

Trending Topic