White मात्र ईश्वर की अपार भक्ति करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त नहीं होती अपितु मानवता और सच्चाई के मार्ग को भी अपनाना होता है तभी ईश्वर की कृपा और सहयोग प्राप्त होता है।
रावण भगवान शिव का अनन्य भक्त था किन्तु असत्य और दानवता के मार्ग पर ही चल रहा था अतः उसका और उसके समस्त कुल का विनाश हुआ। उसे भगवान शिव की कृपा और सहयोग प्राप्त नहीं हुआ!!
©Anjali Jain
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05.24