Nature Quotes मैं वक्त-बेवक्त का खालीपन लिखती हूं
मैं दिल के अदखिले जस्बात लिखती हूं
वो छुपकर रोना और फिर मुस्कुराना
वो अनकही आपबीती लिखती हूं
मैं बंद कमरे की पुरानी याद लिखती हूं
बचपन के छूटे सभी एहसास लिखती हूं
मैं आज का संघर्ष लिखती हूं
मैं हर ज़ख्म की वजह लिखती हूं
मैं तुम्हारी-मेरी कहानी लिखती हूं
वो जिसमें मैं कहीं नहीं थी
वो राह जहां मैं अकेली खड़ी थी
मैं फिर एक नया सफर लिखती हूं
मैं फिर नई जिंदगी लिखती हूं
मैं फिर से स्वयं को लिखती हूं।
©Sakshi Tomar
#Kuchbatein✍️✍️