हमारे दर्द के किस्से हर एक अनजान तक पहुंचे
जिन्हें सुनने थे लेकिन बस न उनके कान तक पहुंचे
जनाज़ा था हमारा गैरों के कंधो पर
जो अपने थे वो सब कारों से कबिस्तान तक पहुंचे
©lakhimpur khire
हमारे दर्द के किस्से हर एक अनजान तक पहुंचे
जिन्हें सुनने थे लेकिन बस न उनके कान तक पहुं