"कई लोगो के साथी है,
कुछ उन्हीं के साथ,
मेरे हमसफ़र बस इतने ही,
एक कलम एक किताब..
लिखता हुँ कलम से मैं,
अच्छी बुरी बात,
किताब भी मेरी रंग गई,
बून के नये ख्वाब..
लिखना मेरा रोज़ का
कोई कोरे कागज़ में,
होती है शुरुआत रोज़
एक नये आगाज़ से..
मेहनत इतनी किताब पे,
बस कलम से लिखने की,
साथ मेरा हर वक़्त देंगे,
ये हमसफ़र मेरे ही...
©Bitterone_me"