मैं कितने अरसों से संभाले हूं खुदको ,
तुम क्या जानो कितना सहेजा है तुमको।।
ऐतबार नहीं सुकून है तेरी मौजूदगी का ,
कितना संभाला है हर झूठ ज़िंदगी का ।।
हर सुबह तेरा ख़्याल रहता है ,
ये एहसास कितना ख़ास रहता है।।
©manju Ahirwar
#GoodMorning
#जिंदगी
#खास
#Love