ये लम्हें गुजर जाएंगे ,
और रह जाएंगी तुम्हारी यादें !
हमने सजाऐ ख्वाब,
आंखों की सेज पर जागें सारी राते!!
जैसी किताबों में रखें फूल,
अभी भी महक रहे हैं!
जैसे इंतजार में कर रहे हैं ,
किताबों के पन्नों से हमारी बातें!!
@SURJEET KUMAR
©surjeet singh
#thought