लोगो ने कैसी कैसी धारणाएं पाल रखी है लोग सोचते है | हिंदी विचार

"लोगो ने कैसी कैसी धारणाएं पाल रखी है लोग सोचते है की जैसे ही कोई इंसान मरता है तो वो अशांत हो जाता है और उसे स्वर्ग में भेजने के लिए उसकी आत्मा की शांति के लिए तरह तरह के आयोजन किए जाते है कैसी मूढ़ता है ये जो व्यक्ति मर गया उसे स्वर्ग में भेजने के लिए जिंदा लोग प्रयास करते जिन्होंने खुद कभी कोई स्वर्ग नहीं देखा ये सब एक तरह की मूढ़ताए है और जो लोग ऐसा करवाते है उनके लिए ये एक व्यापार है । जबकि वास्तविकता ये है अगर तुम किसी क्षण बहुत खुश 😊 हो और खिलखिलाके हंस रहे और उसी समय तुम्हारी मृत्यु हो जाए तो तुम वैसे ही हंस रहे होगे और तुम्हे पता भी नहीं चलेगा की कब तुम्हारा शरीर तुमसे छूट गया कुछ समय बीतने के बाद अगर maturity है तो तुम्हें समझ आ पाएगा की तुम्हारा शरीर छूट चुका है लेकिन अगर तुम्हारा दिमाग एक बच्चे के जैसा है तो तुम बार बार वही करोगे जो मरने के समय कर रहे थे जैसे खेल रहे तो खेल ही रहे होगे । इसीलिए कहा जाता है की आत्माएं भटकती है क्युकी कारण यही है उन्हे पता ही नहीं चलता की वो कब मर गए ©Himanchal Gupta"

 लोगो ने कैसी कैसी धारणाएं पाल रखी है लोग सोचते है की जैसे ही कोई इंसान मरता है तो वो अशांत हो जाता है और उसे स्वर्ग में भेजने के लिए उसकी आत्मा की शांति के लिए तरह तरह के आयोजन किए जाते है कैसी मूढ़ता है ये जो व्यक्ति मर गया उसे स्वर्ग में भेजने के लिए जिंदा लोग प्रयास करते जिन्होंने खुद कभी कोई स्वर्ग नहीं देखा ये सब एक तरह की मूढ़ताए है और जो लोग ऐसा करवाते है उनके लिए ये एक व्यापार है । 
जबकि वास्तविकता ये है अगर तुम किसी क्षण बहुत खुश 😊 हो और खिलखिलाके हंस रहे और उसी समय तुम्हारी मृत्यु हो जाए तो तुम वैसे ही हंस रहे होगे और तुम्हे पता भी नहीं चलेगा की कब तुम्हारा शरीर तुमसे छूट गया कुछ समय बीतने के बाद अगर maturity है तो तुम्हें समझ आ पाएगा की तुम्हारा शरीर छूट चुका है लेकिन अगर तुम्हारा दिमाग एक बच्चे के जैसा है तो तुम बार बार वही करोगे जो मरने के समय कर रहे थे जैसे खेल रहे तो खेल ही रहे होगे । इसीलिए कहा जाता है की आत्माएं भटकती है क्युकी कारण यही है उन्हे पता ही नहीं चलता की वो कब मर गए

©Himanchal Gupta

लोगो ने कैसी कैसी धारणाएं पाल रखी है लोग सोचते है की जैसे ही कोई इंसान मरता है तो वो अशांत हो जाता है और उसे स्वर्ग में भेजने के लिए उसकी आत्मा की शांति के लिए तरह तरह के आयोजन किए जाते है कैसी मूढ़ता है ये जो व्यक्ति मर गया उसे स्वर्ग में भेजने के लिए जिंदा लोग प्रयास करते जिन्होंने खुद कभी कोई स्वर्ग नहीं देखा ये सब एक तरह की मूढ़ताए है और जो लोग ऐसा करवाते है उनके लिए ये एक व्यापार है । जबकि वास्तविकता ये है अगर तुम किसी क्षण बहुत खुश 😊 हो और खिलखिलाके हंस रहे और उसी समय तुम्हारी मृत्यु हो जाए तो तुम वैसे ही हंस रहे होगे और तुम्हे पता भी नहीं चलेगा की कब तुम्हारा शरीर तुमसे छूट गया कुछ समय बीतने के बाद अगर maturity है तो तुम्हें समझ आ पाएगा की तुम्हारा शरीर छूट चुका है लेकिन अगर तुम्हारा दिमाग एक बच्चे के जैसा है तो तुम बार बार वही करोगे जो मरने के समय कर रहे थे जैसे खेल रहे तो खेल ही रहे होगे । इसीलिए कहा जाता है की आत्माएं भटकती है क्युकी कारण यही है उन्हे पता ही नहीं चलता की वो कब मर गए ©Himanchal Gupta

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