चांदनी रात भी मुझे कभी-कभी, कड़क धूप सी लगती है.. | हिंदी Shayari

"चांदनी रात भी मुझे कभी-कभी, कड़क धूप सी लगती है... इक मेरी परछाई ही तो है, जो मुझे मेरा वजूद सी लगती है.."

 चांदनी रात भी मुझे कभी-कभी,

कड़क धूप सी लगती है...

इक मेरी परछाई ही तो है,

जो मुझे मेरा वजूद सी लगती है..

चांदनी रात भी मुझे कभी-कभी, कड़क धूप सी लगती है... इक मेरी परछाई ही तो है, जो मुझे मेरा वजूद सी लगती है..

#nojoto #abhivyanjana

People who shared love close

More like this

Trending Topic