काश वो दिन फिर से आ जाए जब हम अपने दोस्तो से मिलते थे तो दूसरा आके कहता था भाई घर जा तुम्हारी मां बुला रही है
आए खुदा मुझे जमाने की खुशी मिले या न मिले बस मेरे दोस्ती को सलामत रखना
©Md Jubed Md Jubed
kya din tha jab ham sare dost Ike sath ghoomne जाते थे