तेरा*विसाल है मुझको *मसर्रतो की तरह,बिछड़के मर ही न जाऊँ,मैं*जांसिता की तरह//१*मिलन*हर्ष
*जानलेवा
मिटा न डाले कहीं *जुल्मत्तों के सन्नाटे,
मेरी हयात में आजा महरबा की तरह/२
*घोर अन्धकार *शाश्वत
मेरे फ़सानो के किस्से बहुत रसीले है,के लोग पूछते रहते है,लापता की तरह//३
ये*वहश्तो के तकाजे यहीं पे रहने दो,क्यूं पूछते हो मिरा हाल राजदां की तरह//४
कई दफा तेरे*हुजरे से होके गुजरें है,तेरे दीदार में
*खांबिदा की तरह//५
*इबादतगाह *निद्रालु दशा
तुम्हारे साथ तो सेहरा में भी मेरे हमदम,ये खिंजा भी मुझे लगती है
*गुलसिता की तरह/६
*पुष्पाच्छादित चमन
तेरी मसर्रते*आराइयां कहाँ"अख्तर"हो*मयस्सरे विसाल*नौख़ेज़ दास्ता की तरह//७
*संवारने वाला
*मिलन*उपलब्ध
*नया उत्पन्न/नया नया
#shamawritesBebaak
©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
#Nojoto तेरा*विसाल है मुझको *मसर्रतो की तरह,बिछड़के मर ही न जाऊँ,मैं*जांसिता की तरह//१
*मिलन*हर्ष*जानलेवा
मिटा न डाले कहीं *जुल्मत्तों के सन्नाटे,मेरी हयात में आजा महरबा की तरह/२
*घोर अन्धकार *शाश्वत
मेरे फ़साने के किस्से बड़े रसीले है,के लोग पूछते रहते है,लापता की तरह//३