lovefingers
सुकून–सा इर्द–गिर्द होता है,
तुम्ही नजरों में ख्वाब बोते हो।।
ना डर ना ही कोई तनाव होता है,
तुम्ही एहसासों में मेरे सोते हो।।
जीवन फिर से खिलखिला उठता है,
जब तुम पास होते हो।।
होता है एहसास खुद के होने का मुझे,
तुम जब साथ होते हो।।
©Rimpi chaube
#तुम_जब_साथ_होते_हो♥️🥰
सुकून–सा इर्द–गिर्द होता है,
तुम्ही नजरों में ख्वाब बोते हो।।
ना डर ना ही कोई तनाव होता है,
तुम्ही एहसासों में मेरे सोते हो।।
जीवन फिर से खिलखिला उठता है,
जब तुम पास होते हो।।
होता है एहसास खुद के होने का मुझे,