ग़म तो हमको भी हैं बहुत लेकिन, अपने दामन को तर नहीं

"ग़म तो हमको भी हैं बहुत लेकिन, अपने दामन को तर नहीं करते। हम वो रौशन चराग़ हैं यारो, जिन पे तूफाँ असर नहीं करते। (फ़ैज़ हैदर वारसी)"

 ग़म तो हमको भी हैं बहुत लेकिन,
अपने दामन को तर नहीं करते।
हम वो रौशन चराग़ हैं यारो,
जिन पे तूफाँ असर नहीं करते।
(फ़ैज़ हैदर वारसी)

ग़म तो हमको भी हैं बहुत लेकिन, अपने दामन को तर नहीं करते। हम वो रौशन चराग़ हैं यारो, जिन पे तूफाँ असर नहीं करते। (फ़ैज़ हैदर वारसी)

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