हमारी खामोशी को हमारी कमज़ोरी मत समाजना वर्ण हमार | हिंदी Shayari

"हमारी खामोशी को हमारी कमज़ोरी मत समाजना वर्ण हमारा इतिहास ही पर्यप्त है तुम्हें तुम्हारी औकत दिखने के लिए जय महाकाल ✍ - Rohan Mali . . . ©JAZBAAT LAFZON MEIN"

 हमारी खामोशी को 
हमारी कमज़ोरी मत समाजना
वर्ण हमारा इतिहास ही पर्यप्त है 
तुम्हें तुम्हारी औकत दिखने के लिए
जय महाकाल

✍ - Rohan Mali

.
.
.

©JAZBAAT LAFZON MEIN

हमारी खामोशी को हमारी कमज़ोरी मत समाजना वर्ण हमारा इतिहास ही पर्यप्त है तुम्हें तुम्हारी औकत दिखने के लिए जय महाकाल ✍ - Rohan Mali . . . ©JAZBAAT LAFZON MEIN

#Attitude #ego #Nojoto #Hindi #mahakal #mahadev #Prince_MR

People who shared love close

More like this

Trending Topic