White पल्लव की डायरी
कुंठित मन,डिप्रेशन में
जिंदा लाश बने रहते है
हताशा के शिकार हो कर
नकारापन ओढे रहते है
राह सब खुली है,प्रकृति की
अभिवादन में हाथ तो फैलाइये
सकारात्मक हो मन,छोटी छोटी खुशियो को
गले लगाने की कला आनी चाहिये
इन दो हाथो में,समा जाये समुन्दर
चुनौती लेने का जज्बा जगाना चाहिये
छाप छप जाये जग में तुम्हारे
उत्साह उमंग जोश का अतिरेक
रग रग में तुम्हारे जिंदा रहना चाहिये
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#Free चुनौती लेने का जज्बा होना चाहिये
#nojotohindi