ढल जाएगी ग़म की, अब ये शाम धीरे-धीरे........ कैसे | हिंदी Shayari

"ढल जाएगी ग़म की, अब ये शाम धीरे-धीरे........ कैसे गुज़ारेंगे ज़िंदगी, हम तमाम धीरे-धीरे.......... हम तो रोज़ करते हैं, अब याद नाम तुम्हारा........ और तुम भूल रहे हो, हमारा नाम धीरे-धीरे.......... ©Poet Maddy"

 ढल जाएगी ग़म की, 
अब ये शाम धीरे-धीरे........ 
कैसे गुज़ारेंगे ज़िंदगी, 
हम तमाम धीरे-धीरे.......... 
हम तो रोज़ करते हैं, 
अब याद नाम तुम्हारा........ 
और तुम भूल रहे हो, 
हमारा नाम धीरे-धीरे..........

©Poet Maddy

ढल जाएगी ग़म की, अब ये शाम धीरे-धीरे........ कैसे गुज़ारेंगे ज़िंदगी, हम तमाम धीरे-धीरे.......... हम तो रोज़ करते हैं, अब याद नाम तुम्हारा........ और तुम भूल रहे हो, हमारा नाम धीरे-धीरे.......... ©Poet Maddy

ढल जाएगी ग़म की,
अब ये शाम धीरे-धीरे........
#sorrow#evening#Slowly#spend#Life#Remember#Name#Forget........

People who shared love close

More like this

Trending Topic