दुर्गा अष्टमी को पूजन से कुछ ना होगा,,,, अजन्मी कन्याओं को बचाना होगा ,,, कोख में पिंजर नहीं ,, कोख से बाहर पिंजरे की चिड़िया नहीं, बेटा हो तो ही सुखी संसार,,,,, यह अहम, वहम , सहम नहीं,, बेटी वाले हैं तो ( खुद पर रहम ) छोड़ना होगा … अपने घर की कन्या को भी शक्ति -भक्ति, उपासना- पालना , विद्या -पराक्रम पूजा की उतनी ही हकदार बनाएं कि आपका अपना घर ही मंदिर ,शक्तिस्थल ,शक्तिकुंज शक्तिपुंज बन जाए तो आपकी जय जय तो खुद जगदंबे करेगी क्योंकि जब कंजक खुश*** तो महाशक्ति खुश****…
©Rajni Vijay singla
#nightthoughts दुर्गा अष्टमी कंजक खुश*** तो महाशक्ति खुश****…