तुम ढूँढती रह जाओगी,
हम गुमशुदा हो जाएँगें।
खबर भी न आएगी मेरी,
कुछ ऐसे लापता हो जाएँगें।
न मिलेगी मेरी परछाईं भी कहीं,
हर लम्हे से जुदा हो जाएँगें।
मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं,
ज़िन्दगी से भी रिहा हो जाएँगें।
तुम देखती रह जाओगी,
और हम देखते देखते फ़ना हो जाएँगें।
©Aarzoo smriti
#tum dhundti rah jaogi...hum ghoom shuda ho jayenge