orange string love light ना पड़ेगा रंग कभी फ़ीका इसका ,
मेरे रगों का कण कण कहता है ।
मांगा जिसको रब से बनकर अब ,
ख़ुद रब इस दिल में रहता है ।
मन मंदिर की दिवारों को तुमने ,
अपने स्पर्श से पावन बनाया है ।
सुनों,...तुमसे मिले एक फूल🌹 ने मेरे
पूरे जीवन को महकाया है ।।
©Ritika Vijay Shrivastava
#lovelight