झुका दो सिर जहाँ तहाँ इसका अर्थ
यह नहीं की हाजिरी लग गई या
मुराद हो जायेगी पूरी तेरी
जिस दर पे झुक जाये सिर तेरा
खुद ब खुद आशीर्वाद भी वहाँ
अपने आप मिल जाता
©Mahadev Son
झुका दो सिर जहाँ तहाँ इसका अर्थ यह नहीं की
हाजिरी लग गई या मुराद पूरी हो जायेगी
दर कहते उसको जिस दर पे झुक जाये सिर खुद ब खुद तेरा आशीर्वाद भी वहाँ अपने आप मिल जाता