अर्ज करता हूँ.... अपनी एक फरमहिस्.. जो कभी मुझे अपनी pic भेजा करती थी... मुझको अपना दोस्त बताया करती थी.. आज वो मुझसे खो सी गयी थी.. उसके हर एहसास में... प्यार भरी snap भेजा करती थी... आज वो किसी कोने में बैठी अपने आँसु सुखा रही थी मुझको किसी राह का मुसाफ़िर बता रही थी....बस समझ नहीं आया यार... मुझे उसकी याद फ़िर आज ही क्यों सता रही थी.... HARESH..
©HARKESH