दोपहर की धूप या हो शाम की छांव , शहरो में नही वो स | हिंदी Shayari Vid

"दोपहर की धूप या हो शाम की छांव , शहरो में नही वो सुकून जो मिलता हो गांव।। -लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻 ©Prashant Badal "

दोपहर की धूप या हो शाम की छांव , शहरो में नही वो सुकून जो मिलता हो गांव।। -लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻 ©Prashant Badal

दोपहर की धूप या हो शाम की छांव ,
शहरो में नही वो सुकून जो मिलता हो गांव।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻 #m_rwriter #गांव #gaav #sukoon

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