White जिसके कंधे पर पुरा घर टिका है
जिस पर बच्चों कि उम्मीदें वाबस्ता हैं
तेरा संपूर्ण अस्तित्व जिसके अंश से जुड़ा है
तेरी नींद के खातिर,जो कई रातें जागा पड़ा है
तेरे सपनों के खातिर,जो दिन रात एक किये पड़ा है
परिवार कि खुशियों के लिए जिसने हर गम सहा है
जो किसी फ़रिश्ते से कम नहीं
ये कोई और नहीं,ये तेरे पिता हैं।
©Amit Sir KUMAR
#fathers_day जिसके कंधे पर ......