हाँ , वो मिलते है हमसे किस्तों में, जैसे वसूल कर र | हिंदी शायरी

"हाँ , वो मिलते है हमसे किस्तों में, जैसे वसूल कर रहे हो पुराना कर्ज़ा हमसे..... 🥲🥲😏😏😏 ©Pinki"

 हाँ , वो मिलते है हमसे किस्तों में,
जैसे वसूल कर रहे हो पुराना कर्ज़ा हमसे.....
🥲🥲😏😏😏

©Pinki

हाँ , वो मिलते है हमसे किस्तों में, जैसे वसूल कर रहे हो पुराना कर्ज़ा हमसे..... 🥲🥲😏😏😏 ©Pinki

#iqbal&Sehmat

People who shared love close

More like this

Trending Topic