उजाले की हर किरण में इक अच्छाई की शुरूवात हैं
मंजिल की चाहत है तभी तो मेरे दिल कुछ कर गुजरने की आश है
अब पता नहीं क्या हूँ मैं
मगर भविष्य में मेरी पहचान जरूर खास हैं
नहीं कर रही खुद तारीफ में
ये तो मेरे दिल की आवाज़ हैं
जो मेरी रूह ए मंजिल के सबसे पास हैं
©writer....Nishu...
#मेरे दिल की आवाज़