उजाड़ से लगा चुका उमीद मैं बहार की, निदाघ से उमीद की बसंत के बयार की, इसीलिए खड़ा रहा कि तुम मुझे पुकार लो! पुकार कर दुलार लो, दुलार कर सुधार लो! Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto