दुनिया की लिये ख़ैर-ख़बर डूब रहा है
तय कर लिया सूरज ने सफ़र डूब रहा है
हम मंदिरो-मस्जिद को बचाने में लगे हैं
घर की है नहीं फ़िक्र कि घर डूब रहा है
मँझधार में नेता जो दिखा, लोग ये बोले
अच्छा है अजी डूबे, अगर डूब रहा है
उस डूबने वाले के मुक़द्दर को कहें क्या
तिनके का सहारा है मगर डूब रहा है
©Khalid Ansari
#duniya khair khabar