White जीवन भी एक कार की तरह है। जब तक अच्छी लगती हैं। तब तक सभी सवार होते है। और जब थोड़ी सी ख़राब क्या होती हैं। सब उसकी तरफ देखना भीं नहीं चाहते है। और यहीं कहकर लात मारते हैं और कहते है क्या खटाड़ा कार हैं। हमारी जिंदगी भीं ऐसी ही है। जब नसीबो से सुख भोगे तो सही और दुःख भोगे तो दुत्कार।
©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma
चलती का नाम गाड़ी और टूटे तो खटारा #car