White मर्द ने लिख लिख औरत की बेवफाई की पन्ने भर दिए...
औरत से कलम छीन उसके दर्द उसके दिल में दफन कर दिए..
छोड़ दिया जब वो मां बनने वाली थी
बताइए जनाब ये कौन सी वफादारी थी
कभी खुद के कारनामों को भी लिख लिया होता..
तुम में तो धोखे में जीते भी रह गए
मगर किसी कोठे पे पड़ी जिंदा लाश या
पंखे से लटकती उस लकड़ी को देख लिया होता
बहुत हसरत होती है शायर बनने की खुद के धोखो की शायरी करते तो कमाल होता....
©Ramnik
#धोखा