White पल्लव की डायरी
परिभाषा परिवारो की बदल गयी
हम दो हमारे दो अच्छे लगते है
दायरा छोटा करके
माँ बाप भाई के अहसानो को नही समझते है
तरक्की की होड़ ऐसी मची है
आधुनिकता के आगे
संस्कार और कर्तव्य गंवा दिये
धन की लोलुपता मर्यादा तोड़ती
पीढ़ियों के पाप सर चढ़ा लिये
यूरोपीय कल्चर की आड़ लिये
शौर्य और क्षमता अपनी गंवा चुके है
आवारापन की हद पार हो गयी
छोटा परिवार भी वश में नही है
खुद की जिंदगी जीने के नाम पर
विघटन घर घर मे पसरा है
प्रवीण जैन पल्लव
©Praveen Jain "पल्लव"
#love_shayari पीढ़ियो के पाप सर चढ़ा लिये
#nojotohindi